स्वतंत्रता दिवस के दिन दिल्ली यातायात पुलिस के एक एएसआई सुरेंद्र सिंह भाटी ड्यूटी पर जाते समय एक गंभीर हादसे का शिकार हो गए। बाइक पर सवार होकर ड्यूटी के लिए निकलते समय उनका गला मांझे की चपेट में आ गया, जिससे उनका गला बुरी तरह कट गया। खून से लथपथ स्थिति में भी सुरेंद्र सिंह ने हिम्मत नहीं हारी और खुद ही सिग्नेचर अस्पताल पहुंचे जहां उनका इलाज किया गया।
इस हादसे के दौरान उनकी जान मुश्किल से बची। इलाज के बाद, सुरेंद्र सिंह ने 46 किलोमीटर तक बाइक चलाई और घर पहुंचे। गले की गंभीर चोट के कारण वे ठीक से बोल पाने में भी असमर्थ हैं। हादसे की सूचना उन्होंने पीसीआर या थाने को नहीं दी। आशंका जताई जा रही है कि यह हादसा जानलेवा मांझे की वजह से हुआ।
सुरेंद्र सिंह भाटी ग्रेटर नोएडा में अपने परिवार के साथ रहते हैं और उनकी तैनाती यातायात पुलिस के पंजाबी बाग सर्कल में है। उनके बेटे ऋतिक भाटी ने बताया कि उनके पिता गुरुवार सुबह सात बजे ड्यूटी के लिए घर से निकले थे। वह वजीराबाद रोड से पंजाबी बाग जा रहे थे और जब गोकलपुरी फ्लाईओवर से नीचे उतरे, तो अचानक मांझा उनके गले में फंस गया।
इस अचानक हुए हादसे से वे संभल पाते उससे पहले ही उनके गले से खून बहने लगा। सुरेंद्र सिंह ने तुरंत अपनी बाइक साइड में लगाई और मांझे को हटाने की कोशिश की। खून बहने से रोकने के लिए उन्होंने अपने गले में रुमाल बांधा और उसी स्थिति में सिग्नेचर अस्पताल पहुंचे। घर लौटने पर ही उनके परिवार को इस हादसे की जानकारी हुई।