दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की अनुपस्थिति में इस बार स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा फहराने की जिम्मेदारी शिक्षा मंत्री आतिशी को दी गई थी। लेकिन सामान्य प्रशासन विभाग ने इस फैसले पर रोक लगा दी है, जिस पर आतिशी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “तिरंगा फहराने का अधिकार चुनी हुई सरकार का होता है। 15 अगस्त 1947 से पहले देश में अंग्रेजों का शासन था। आज, अगर चुनी हुई सरकार को झंडा फहराने से रोका जा रहा है, तो ऐसा लगता है जैसे दिल्ली में कोई नया वॉयसराय आ गया है।”
सीएम अरविंद केजरीवाल के जेल में होने के कारण यह सवाल उठ रहा था कि इस स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा कौन फहराएगा। इस मुद्दे पर सीएम केजरीवाल ने खुद एलजी विनय कुमार सक्सेना को पत्र लिखकर जानकारी दी थी कि कैबिनेट मंत्री आतिशी तिरंगा फहराएंगी। हालांकि, सामान्य प्रशासन विभाग ने इस पर रोक लगा दी।
इस फैसले के बाद, आतिशी ने कहा, “आज से आम आदमी पार्टी ‘सत्यमेव जयते’ डीपी अभियान लॉन्च कर रही है। भारतीय जनता पार्टी हमें तोड़ नहीं सकती। आम आदमी पार्टी के सभी सोशल मीडिया हैंडल पर इस अभियान की शुरुआत की जाएगी, जिसमें डीपी बदला जाएगा। चाहे वह हमारे नेताओं को कितनी भी बार जेल में डाल दें, जीत सच्चाई की ही होती है। दोपहर 3 बजे से आप के नेता और कार्यकर्ता ‘सत्यमेव जयते’ डिस्प्ले पिक्चर अभियान शुरू करेंगे।”
इस अभियान के तहत, सीएम अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया की तस्वीर लगी एक पोस्टर डीपी में लगाई जाएगी, जिसके ऊपर ‘सत्यमेव जयते’ लिखा होगा। आतिशी ने कहा, “आम आदमी पार्टी कभी दबी नहीं, कभी डरी नहीं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के कारण मनीष सिसोदिया जेल से बाहर आए। मैं एलजी साहब से कहना चाहती हूं कि 15 अगस्त को झंडा फहराना दिल्ली की चुनी हुई सरकार का अधिकार है।”