दिल्ली कांग्रेस ने अरविंद केजरीवाल पर सीधा हमला बोलते हुए आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बावजूद केजरीवाल अभी भी सरकारी आवास नहीं छोड़ रहे हैं। दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने सवाल उठाया कि जब आम आदमी पार्टी और उनके नेता दावा कर रहे थे कि केजरीवाल 15 दिनों के भीतर सीएम आवास छोड़ देंगे, तो अब तक ऐसा क्यों नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि केजरीवाल के लिए कई इलाकों में आवास के विकल्प दिए गए, लेकिन अब तक किसी भी घर के लिए सहमति नहीं दी गई है।
यादव ने केजरीवाल पर सहानुभूति बटोरने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे खुद को हमेशा असहाय और पीड़ित दिखाने की कोशिश करते हैं, जबकि जनता यह जानती है कि उन्हें भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते जेल जाना पड़ा था। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर केजरीवाल वास्तव में जनता की सेवा में लगे हुए होते, तो वे उन मलिन बस्तियों और अनाधिकृत कॉलोनियों में रहने वाले लोगों की समस्याओं को समझने की कोशिश करते, जिनके लिए उन्होंने बड़े-बड़े वादे किए थे।
यादव ने आरोप लगाया कि केजरीवाल अपने लिए सुविधाजनक और आरामदायक घर की तलाश में हैं, जबकि गरीब और वंचित तबके के लोग अभी भी बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी अब सहानुभूति की राजनीति कर रही है, लेकिन “शीश महल” से मोह छूटने का नाम नहीं ले रहा है।