दिल्ली सरकार ने दीवाली के अवसर पर पटाखों के इस्तेमाल पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है, जिसके कारण विवाद उठ गया है। दिल्ली बीजेपी नेता प्रवीण शंकर कपूर ने इस निर्णय पर सवाल उठाते हुए कहा है कि यदि दीवाली किसी अन्य धर्म से जुड़ा पर्व होता, तो क्या तब भी इस पर प्रतिबंध लगाया जाता? उन्होंने इस कदम को गलत बताया और सरकार पर आरोप लगाया कि यह बिना किसी वैज्ञानिक आधार के किया गया है।
प्रवीण शंकर ने कहा कि सरकार ने प्रदूषण के प्रमुख कारणों, जैसे पंजाब में पराली जलाना और दिल्ली में धूल मिट्टी, के खिलाफ सख्त कदम उठाने में सहयोग किया है, लेकिन महज कुछ घंटों के लिए पटाखे जलाने को संपूर्ण प्रदूषण का कारण मानना स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक रिपोर्टें पराली और धूल को प्रदूषण का मुख्य कारण मानती हैं, जबकि दीवाली की रात पटाखे जलाने से होने वाले प्रदूषण के बारे में कोई ठोस रिपोर्ट नहीं है।
उन्होंने याद दिलाया कि पहले केजरीवाल सरकार ने ग्रीन पटाखों को बढ़ावा दिया था, लेकिन अब वह उस दिशा से पीछे हट चुकी है।
सोमवार को दिल्ली सरकार ने एक आदेश जारी करते हुए 1 जनवरी 2025 तक पटाखों के सभी प्रकार के निर्माण, भंडारण, बिक्री और फोड़ने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है।