राज्यसभा में आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने बीजेपी की केंद्र सरकार पर जोरदार हमला बोला और उन्हें कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने जम्मू और कश्मीर विनियोग (संख्या 3) विधेयक और विनियोग (संख्या 2) विधेयक पर चर्चा के दौरान केंद्र सरकार के टैक्स नीतियों को लेकर तीखी आलोचना की। राघव चड्ढा ने इस मौके पर एक कविता के माध्यम से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और मोदी सरकार पर निशाना साधा।
सदन में अपनी बात रखते हुए, राघव चड्ढा ने केंद्र सरकार पर कई तरह के टैक्स लगाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि देश की आम जनता को इन टैक्सों से राहत मिलनी चाहिए, क्योंकि एक आम नागरिक को बार-बार उसी वस्तु पर टैक्स देना पड़ता है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि जब कोई व्यक्ति आय कमाता है, तो उसे आयकर के रूप में सरकार को टैक्स देना पड़ता है। फिर उसी कमाई से जब वह व्यक्ति गाड़ी खरीदता है, तो उस गाड़ी पर जीएसटी के रूप में एक और टैक्स लगता है।
उन्होंने आगे बताया कि गाड़ी खरीदने के बाद भी टैक्स का सिलसिला खत्म नहीं होता। सरकार रोड टैक्स वसूलती है, फिर रोड डेवलपमेंट सेस के रूप में एक और टैक्स लिया जाता है। इसके अतिरिक्त, सरकार मोटर इंश्योरेंस पर भी जीएसटी वसूलती है। पेट्रोल और डीजल भरवाने पर भी सेस के रूप में एक और टैक्स देना पड़ता है, और जब अंत में गाड़ी सड़क पर चलती है, तो टोल टैक्स के रूप में फिर से एक टैक्स देना पड़ता है।
राघव चड्ढा ने विशेष रूप से टोल टैक्स की समस्या को रेखांकित किया, जो कि आम आदमी के लिए एक बड़ी चिंता का विषय बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि जहां मंत्रियों और सांसदों को इन टैक्सों से छूट मिलती है, वहीं आम आदमी को हर जगह टोल टैक्स चुकाना पड़ता है। उन्होंने एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए दावा किया कि आज की तारीख में आम आदमी को हाईवे पर दो रुपये प्रति किलोमीटर तक टोल टैक्स देना पड़ता है, जो कि बेहद असमान्य और अन्यायपूर्ण है।