आगामी आम चुनावों के मद्देनजर और बाहरी उत्तरी जिले के क्षेत्र में गोलीबारी की घटनाओं पर नजर रखने के लिए समय-समय पर ब्रीफिंग की जा रही है। इस संबंध में, AATS/OND की एक समर्पित टीम को ऐसी गतिविधियों पर नजर रखने, ट्रैक करने और जांच करने का काम सौंपा गया था।
08.04.2024 को AATS/OND के स्टाफ को अवैध आग्नेयास्त्र लेकर एक व्यक्ति की आवाजाही के बारे में गुप्त सूचना मिली और वह एक हफ्ते पहले पीएस मोती नगर के फायरिंग मामले में शामिल था।
सूचना के अनुसार छापेमारी की गई और एक व्यक्ति को पकड़ा गया जिसका नाम सतेंद्र कुमार उर्फ सिकंदर है। जांच के दौरान, उसने खुलासा किया कि वह सितंबर-2023 में लॉरेंस बिश्नोई, काला राणा और कपिल मान गिरोह के सदस्यों में से एक के संपर्क में आया था। मार्च-24 के अंतिम सप्ताह में उसे सिग्नल ऐप के माध्यम से नारायणा में एक निर्दिष्ट स्थान पर पहुंचने के लिए निर्देशित किया गया था, जहां उसकी मुलाकात एक अन्य लड़के से हुई जो स्कूटी चला रहा था। वे दोनों मोती नगर में पीड़ित के घर गए जहां 31.03.24 को दोपहर लगभग 2 बजे सवार ने कई फायर किए और भाग गए। घटना के बाद सवार ने उसे गिरा दिया रिठाला मेट्रो स्टेशन के पास और उसके बाद वह अलग-अलग जगहों पर रहकर खुद को गिरफ्तारी से बचाता रहा।
जांच के दौरान, उसके कब्जे से एक मोबाइल फोन भी बरामद किया गया है। उन्होंने पुलिस टीम का नेतृत्व भी किया है और उस गोलीबारी की घटना के दौरान पहने गए कपड़े भी बरामद कराए हैं। इसके बाद पीएस शाहबाद डेयरी में एफआईआर के तहत धारा 25 शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है और जांच शुरू कर दी गई है।