बांग्लादेश की स्थिति पर केंद्र सरकार ने मंगलवार को एक सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया, जो संसद भवन परिसर में आयोजित की गई। इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू और जेपी नड्डा जैसे प्रमुख मंत्री शामिल हुए। अन्य राजनीतिक दलों से भी कई प्रमुख नेताओं ने इसमें भाग लिया, जिनमें लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, डीएमके के टी.आर. बालू, सपा के रामगोपाल यादव, टीएमसी के सुदीप बंदोपाध्याय और बीजेडी के सस्मित पात्रा शामिल हैं।
हालांकि, इस बैठक में आम आदमी पार्टी (AAP) के किसी भी नेता को शामिल नहीं किया गया। इस पर आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर प्रधानमंत्री के व्यक्तिगत पसंद-नापसंद का कोई स्थान नहीं होना चाहिए। संजय सिंह ने आरोप लगाया कि इस महत्वपूर्ण सर्वदलीय बैठक में 13 सांसदों वाली राष्ट्रीय पार्टी आम आदमी पार्टी को शामिल न करके सरकार ने अपनी ओछी मानसिकता और असंवेदनशीलता को दर्शाया है।
संजय सिंह ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे गंभीर मुद्दों पर सरकार को सभी दलों को साथ लेकर चलना चाहिए। बांग्लादेश के मामले पर आयोजित इस सर्वदलीय बैठक में एक राष्ट्रीय पार्टी को शामिल न करना सरकार की अगंभीरता को साफ दिखाता है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री की व्यक्तिगत नापसंदगी के कारण आम आदमी पार्टी को इस महत्वपूर्ण बैठक से बाहर रखा गया।