स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दिल्ली पुलिस इस बार सुरक्षा के लिए विशेष सतर्कता बरत रही है। लाल किले के आसपास सुरक्षा व्यवस्था को बेहद कड़ा कर दिया गया है। अगर समारोह के दौरान कोई ड्रोन या अन्य संदिग्ध वस्तु दिखाई देती है और उसे तुरंत निष्क्रिय नहीं किया जा सकता, तो वहां उपस्थित वीवीआईपी को सुरक्षित स्थान पर ले जाने की व्यवस्था पहले से तैयार रहेगी। इस प्रक्रिया के लिए पुलिस द्वारा पहले से ही सुरक्षित स्थानों की पहचान की जा रही है और सुरक्षा बलों को रिहर्सल भी कराई जाएगी।
सूत्रों के अनुसार, पुलिस को इस बार कुछ आतंकी संगठनों से स्वतंत्रता दिवस समारोह में खलल डालने के इनपुट मिले हैं। इसे ध्यान में रखते हुए मंगलवार को पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक की। इस बैठक में उन्होंने सुरक्षा से जुड़े कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अगर किसी सुरक्षा कर्मी को आतंकी गतिविधि का संकेत मिलता है, तो उसे किस अधिकारी को सूचना देनी है और आतंकी को निष्क्रिय करने का निर्णय कौन लेगा, यह पहले से तय होना चाहिए। इस पूरी प्रक्रिया की भी रिहर्सल कराई जाएगी।
पुलिस आयुक्त ने स्वतंत्रता दिवस समारोह की सुरक्षा को लेकर कई विशेष निर्देश दिए हैं, जिनमें संभावित हमलों के विभिन्न तरीकों जैसे सुसाइड बम और रॉकेट हमलों के प्रति भी सतर्क रहने को कहा गया है। सुरक्षा की निगरानी के लिए लाल किले के आसपास लगभग 800 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इन सभी कैमरों की मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने के लिए पुलिस अधिकारियों को रिहर्सल के आदेश दिए गए हैं ताकि किसी भी परिस्थिति में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की जा सके।