पड़ोसी देश बांग्लादेश में पिछले कई दिनों से सियासी रस्साकशी और अशांति का माहौल बना हुआ है। बीते दिनों शेख हसीना ने बांग्लादेश के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और देश छोड़ दिया। आरक्षण खत्म करने की मांग से शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन हिंसा में तब्दील हो गया, जिसमें कई लोगों की जान चली गई। इस हिंसा के बाद बांग्लादेश में रहने वाले अल्पसंख्यक समुदाय, विशेष रूप से हिंदू समुदाय की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं।
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने बांग्लादेश में हो रही हिंसा और वहां के अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता जताई है। संजय सिंह ने कहा कि अगर बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय के साथ किसी भी प्रकार की हिंसा या घटना होती है तो इस पर निश्चित रूप से भारत सरकार को संज्ञान लेना चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि भारत सरकार को तत्काल बांग्लादेश के सेना अध्यक्ष से बात करनी चाहिए और वहां के हालात का जायजा लेना चाहिए।
संजय सिंह ने विदेश मंत्री एस जयशंकर प्रसाद के कल राज्यसभा में दिए गए बयान का जिक्र करते हुए कहा, “विदेश मंत्री ने अपने कल के बयान में तीन महत्वपूर्ण बातें कहीं। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में जो भी भारतीय फंसे हुए हैं, सरकार उन्हें निकालने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।” संजय सिंह ने आगे कहा, “विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यह भी बताया कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमले की खबरें आ रही हैं, लेकिन वहां कई ऐसी संस्थाएं भी हैं जो उनकी रक्षा और सुरक्षा की जिम्मेदारी निभा रही हैं।”
संजय सिंह ने यह भी कहा, “मैं देश की सरकार और विदेश मंत्री से यह अपेक्षा करता हूं कि वे बांग्लादेश की सरकार, चाहे वह अंतरिम सरकार हो या सेना अध्यक्ष हों, से बात करके यह सुनिश्चित करें कि हिंदुओं पर किसी भी प्रकार का हमला न हो। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारे पड़ोसी देश में हमारे समुदाय के लोग सुरक्षित और संरक्षित रहें।”
बांग्लादेश में जारी इस संकट के बीच, भारत सरकार की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है कि वह अपने पड़ोसी देश के साथ संवाद बनाए रखे और वहां के अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करे।