माफिया से बाहुबली और पूर्व विधायक बने मुख्तार अंसारी की बांदा के अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई है। मुख्तार अंसारी को बांदा जेल में को दिल का दौरा पड़ा था, इसके बाद मुख्तार अंसारी को बांदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। बता दें कि मुख़्तार अंसारी की तबियत रात में अचानक खराब हो जाने और शौचालय में गिर जाने के कारण उसे तत्काल जेल डॉक्टर ने उपचार दिया गया। इसके बाद जिला प्रशासन को अवगत कराकर डॉक्टर्स की टीम बुलायी गई थी। डॉक्टर्स ने मुख्तार को मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया था। इसके बाद बंदी मुख्तार अंसारी को पुलिस सुरक्षा में मेडिकल कालेज बांदा में भर्ती करा दिया गया था, जहां इलाज के दौरान मुख्तार अंसारी की मौत हो गई। इसके बाद बांदा और गाजीपुर में धारा 144 लागू कर दी गई। और यूपी में सभी कप्तानों को हाई अलर्ट पर रहने को कहा गया है।
सूत्रों के माने तो पेट में गैस पर यूरिन इन्फेक्शन की शिकायत के कारण दो दिन पहले ही पूर्व सांसद को मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया था। बता दें मुख्तार अंसारी को पिछले 18 महीने में 8 मामलो में सजा मिल चुकी थी, उसके खिलाफ अलग-अलग जिलों के थानों में कुल 65 मुकदमे दर्ज थे। पिछले 18 सालों से मुख्तार अंसारी जेल में बंद था। यूपी की बांदा जेल में बंद बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी को हार्ट अटैक आया था जिसके बाद उसे बांदा के रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। जानकारी मिली है कि बैरक में मुख्तार बेहोश हो गया था और उसे स्ट्रेचर से अस्पताल लाया गया था। मुख्तार अंसारी की हालत काफी समय से नाजुक बनी हुई थी और इलाज चल रहा था।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मुख्तार रोजा रखता था और आज रोजा रखने के बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई थी। मुख्तार शुगर का भी मरीज था और दो दिन पहले ही मुख्तार अंसारी की तबीयत बिगड़ी थी और उसे तब भी इलाज के लिए अस्पताल लाया गया था। बता दें कि इससे पहले मुख्तार के भाई अफज़ाल अंसारी ने आरोप लगाया था कि जेल प्रशासन उनके भाई को धीमा ज़हर दे रहा है और इसी वजह से उनकी तबीयत खराब हुई है। हालांकि 2 दिन तक तबीयत खराब होने की वजह से उन्हें बांदा के अस्पताल में इलाज के लिए भी भर्ती कराया गया था जिसके बाद उसकी मौत हो गई।