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Uttar Pradesh: न दूरी है, न खाई है, मोदी हमारा भाई है… अमरोहा में मुसलमानों ने उर्दू में लिखे स्लोगन के लगाए पोस्टर

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‘ न कोई दूरी है ना कोई खाई है मोदी हमारा भाई है’, अमरोहा में लोकसभा चुनाव के दौरान पोस्टर वार रुकने का नाम नहीं ले रहा है. पहले कांग्रेस की न्याय यात्रा में ‘राहुल तुमसे प्यार है, दानिश 5 साल से फरार है’ के पोस्टर और होर्डिंग दिखाई पड़े थे. अब बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष वासित अली के फोटो के साथ कुछ पोस्टर अलग-अलग इलाकों में चस्पा किए गए हैं. 

हालांकि, अमरोहा के मुस्लिम समाज के लोगों का साफ और खुलकर कहना है कि मोदी जी देश की शान है, आन है और हिंदुस्तान के मुसलमानो का भाई जान है।

आपको बता दें, ये पोस्टर अब अमरोहा में चर्चा का विषय बन गए हैं. इन पर उर्दू भाषा में लिखा गया है- ‘न कोई दूरी है, न कोई खाई है, मोदी हमारा भाई है’. फिलहाल इन पोस्टर के लगने के बाद मुस्लिम समुदाय में खलबली मची हुई है. ये पोस्टर इलाके में चर्चा का विषय बने हुए हैं. 

फिलहाल, पोस्टर लगाने वाले का पता अब तक नहीं चल पाया है, की आखिर यह पोस्टर किसने लगाए हैं और क्यों लगाए हैं, यह अभी तक साफ नहीं हुआ है. न ही किसी ने पोस्टर लगाने की अभी तक दावेदारी की है. मगर, राजनीतिक गलियारों में बीजेपी के मुस्लिम नेता इन इस पोस्टर पर बयान बाजी करते दिखाई पड़ रहे हैं.

वहीं, आफताब आडवाणी ने बताया कि पीएम मोदी के द्वारा देश में जिस तरह विकास की धारा को बहाया जा रहा है, यह किसी से छुपा हुआ नहीं है. उसमें किसी से यह नहीं पूछा जाता है कि तुम हिंदू हो या तुम मुसलमान हो. खास कर मुसलमानों के लिए जितने काम हुए हैं, जैसे तीन तलाक का ही मुद्दा ले लीजिए. 

मोहम्मद अकरम ने कहा – मुसलमान के लिए इतने अच्छे-अच्छे कार्य हुए हैं, तो अब मुसलमान को सही गलत समझ में आ गया है. मेरे मुसलमान भाई अब समझते हैं कि यदि कोई उनके लिए है, तो वह मोदी हैं. उनके लिए कोई पार्टी विकास कर सकती है, तो भारतीय जनता पार्टी कर सकती है. लिहाजा, मुसलमान ने यह मान लिया है कि अब न कोई दूरी है, न कोई खाई है, मोदी हमारे भाई हैं. 

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