Uncategorized

अपराधियों में कानून का डर खत्म हो गया है और दिनदहाड़े अस्पताल में गोलियां चल रही हैं। वही डॉक्टर ने आरोप लगाया कि तिहाड़ जेल के अंदर, कोर्ट के सामने, और जंगपुरा में बुजुर्ग की निर्मम हत्या जैसी घटनाओं से अपराधियों का बेखौफ होना साफ दिखाई देता है। पुलिस का राजनैतिक इस्तेमाल होने के कारण उसकी कार्यक्षमता पर असर पड़ा है। गुरु तेग बहादुर अस्पताल में हुई गोलीबारी की घटना के विरोध में रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) के तहत डॉक्टरों ने सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। आरडीए के अध्यक्ष डॉ. रजत शर्मा ने बताया कि अस्पताल परिसर में एक मरीज की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके विरोध में डॉक्टरों ने 15 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। डॉ. शर्मा ने कहा कि यह निर्णय कार्यस्थल की सुरक्षा को लेकर बार-बार उठ रही चिंताओं के चलते लिया गया है। दिल्ली सरकार सुरक्षा के मामले में गंभीर नहीं है। डॉक्टरों ने कई बार सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की अपील की, लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया। आरडीए अस्पताल के सभी कर्मचारियों, मरीजों और आगंतुकों की सुरक्षा और कल्याण को प्राथमिकता देता है। हाल की घटना ने डॉक्टरों के समुदाय को गहराई से झकझोर दिया है। जब तक बुनियादी सुरक्षा सुधारों को प्रभावी ढंग से लागू नहीं किया जाता, डॉक्टर हड़ताल पर रहेंगे। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने जीटीबी अस्पताल में फायरिंग की घटना का संज्ञान लिया है। उन्होंने कहा कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों को सजा मिलेगी। सभी अस्पतालों की सुरक्षा का पुनरीक्षण होगा। उन्होंने उपराज्यपाल वीके सक्सेना पर आरोप लगाया कि उपराज्यपाल के आने के बाद पिछले दो साल में दिल्ली की कानून व्यवस्था बद से बदतर हो गई है।

Published

on

अपराधियों में कानून का डर खत्म हो गया है और दिनदहाड़े अस्पताल में गोलियां चल रही हैं। वही डॉक्टर ने आरोप लगाया कि तिहाड़ जेल के अंदर, कोर्ट के सामने, और जंगपुरा में बुजुर्ग की निर्मम हत्या जैसी घटनाओं से अपराधियों का बेखौफ होना साफ दिखाई देता है। पुलिस का राजनैतिक इस्तेमाल होने के कारण उसकी कार्यक्षमता पर असर पड़ा है।

गुरु तेग बहादुर अस्पताल में हुई गोलीबारी की घटना के विरोध में रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) के तहत डॉक्टरों ने सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। आरडीए के अध्यक्ष डॉ. रजत शर्मा ने बताया कि अस्पताल परिसर में एक मरीज की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके विरोध में डॉक्टरों ने 15 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला किया है।

डॉ. शर्मा ने कहा कि यह निर्णय कार्यस्थल की सुरक्षा को लेकर बार-बार उठ रही चिंताओं के चलते लिया गया है। दिल्ली सरकार सुरक्षा के मामले में गंभीर नहीं है। डॉक्टरों ने कई बार सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की अपील की, लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया। आरडीए अस्पताल के सभी कर्मचारियों, मरीजों और आगंतुकों की सुरक्षा और कल्याण को प्राथमिकता देता है। हाल की घटना ने डॉक्टरों के समुदाय को गहराई से झकझोर दिया है। जब तक बुनियादी सुरक्षा सुधारों को प्रभावी ढंग से लागू नहीं किया जाता, डॉक्टर हड़ताल पर रहेंगे।

दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने जीटीबी अस्पताल में फायरिंग की घटना का संज्ञान लिया है। उन्होंने कहा कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों को सजा मिलेगी। सभी अस्पतालों की सुरक्षा का पुनरीक्षण होगा। उन्होंने उपराज्यपाल वीके सक्सेना पर आरोप लगाया कि उपराज्यपाल के आने के बाद पिछले दो साल में दिल्ली की कानून व्यवस्था बद से बदतर हो गई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Trending

Exit mobile version