दिल्ली में चल रही प्रमुख योजनाओं पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं, क्योंकि वित्त वर्ष 2024-25 के संशोधित बजट अनुमानों (आरई) में बड़ा राजकोषीय घाटा सामने आया है। इस घाटे का सीधा असर विकास कार्यों पर पड़ सकता है। कई परियोजनाएं जो शुरू होने वाली थीं, उनमें देरी हो सकती है, जबकि चल रही योजनाओं की गति भी धीमी पड़ने की संभावना है।
विभिन्न विभागों से संशोधित बजट के लिए आवश्यक धनराशि की जानकारी मांगी गई है, जिससे बजटीय दबाव और बढ़ सकता है। यहां तक कि हाल ही में घोषित दिल्ली की टूटी सड़कों की मरम्मत योजना, जिसे मुख्यमंत्री आतिशी और पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने हरी झंडी दी थी, भी वित्तीय अनिश्चितता के कारण अटकी रह सकती है।
इस वित्तीय संकट पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने तंज कसते हुए कहा कि सरकार की योजनाएं अब “आधे में लटक” सकती हैं।