बाहरी दिल्ली के नरेला में आदिवासी समाज के लोगों द्वारा नरेला के सनमून शाइन स्कूल में एक प्रोग्राम रखा गया। जहां पर स्कूल के सभी बच्चों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। वहीं, शिक्षकों द्वारा माता सरस्वती की पूजा अर्चना की गई। बता दें, नरेला के अंदर जो आदिवासी लोग रहते हैं, उनके द्वारा एक सांस्कृतिक प्रोग्राम रखा गया था ताकि वे अपनी संस्कृति, अपनी सभ्यता के बारे में लोगों को ज्यादा से ज्यादा बात सके और आगे बढ़ाने में मदद करें।
इस सांस्कृतिक प्रोग्राम में स्कूल के लगभग डेढ़ सौ से 200 बच्चों ने भाग लिया। साथ ही बच्चों के माता-पिता ने भी इस प्रोग्राम में अपना पूरा योगदान दिया। साथ ही स्कूली शिक्षकों ने भी इस प्रोग्राम को सफल बनाने में उनकी काफी मदद की। उन्होंने नरेलावासियों को एक संदेश भी दिया कि उनकी संस्कृति को लोग ज्यादा से ज्यादा जाने और आगे बढ़ने में उनकी मदद करें।