दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) ने धूल नियंत्रण के लिए एक नई पहल की है। गुरुवार को समिति ने धूल प्रदूषण नियंत्रण के लिए स्व-मूल्यांकन पोर्टल लॉन्च किया है। अब राष्ट्रीय राजधानी में चल रही सभी निर्माण और विध्वंस परियोजनाओं को इस पोर्टल पर पंजीकरण करना होगा और नियमित रूप से धूल नियंत्रण के उपायों का ऑडिट अपलोड करना होगा।
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, डीपीसीसी ने आदेश दिया है कि 500 वर्ग मीटर या उससे बड़े भूखंडों पर हो रही सभी निर्माण और विध्वंस गतिविधियों को इस वेब पोर्टल पर पंजीकृत होना अनिवार्य है। यह पोर्टल स्व-मूल्यांकन और दूरस्थ निगरानी के लिए डिज़ाइन किया गया है।
डीपीसीसी के अनुसार, बिल्डरों, ठेकेदारों और निर्माण-ध्वंस गतिविधियों से जुड़े अन्य हितधारकों को निर्देश दिया गया है कि वे तुरंत अपनी परियोजनाओं को पोर्टल पर पंजीकृत करें। जब परियोजना का काम पूरा हो जाएगा, तो पंजीकृत साइट को पूर्ण के रूप में पोर्टल पर चिह्नित किया जा सकेगा, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि परियोजना के दौरान धूल नियंत्रण के उपायों का सख्ती से पालन किया गया है।