दिल्ली भाजपा शुक्रवार को बिजली का बिल बढ़ाने के खिलाफ सचिवालय के बाहर प्रदर्शन करें और मुख्यमंत्री से स्थिति की मांग करेगी। बता दें, उपभोक्ताओं को बिजली बिल में पावर परचेज एडजस्टमेंट चार्ज यानी PPAC चार्ज का भी भुगतान करना होता है. अब बिजली कंज्यूमर्स को झटका लगने वाला है,क्योंकि बिजली वितरण कंपनियां पावर परचेज एडजस्टमेंट चार्ज (PPAC) करीब 8% तक बढ़ाने जा रहीं हैं. इससे बिजली के दाम बढ़ जाएंगे. यानि 1 मई से जो बिजली खर्च करेंगे, उसमें ये बढ़ा हुआ दाम जुड़ेगा तो जुलाई में आने वाले बिल में पीपीएसी बढ़कर लगा आएगा. यानि जुलाई में आ रहे बिलों में ये बढ़ोतरी दिखेगी. ये बढ़ोत्तरी 3 महीने तक रहेगी.
वहीं, प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार और बिजली कंपनियों ने सांठगांठ कर जनता से पीपीएसी और पेंशन ट्रस्ट के नाम पर अतिरिक्त शुल्क वसूला है।दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष पार्टी कार्यकर्ताओं, सांसदों और विधायकों के साथ मिलकर शहीदी पार्क से दिल्ली सचिवालय तक मार्च निकालेंगे. उनका आरोप है कि बिजली कंपनियों ने डीईआरसी के मंजूरी के बिना ही पीपीएसी में बढ़ोतरी कर दी है.
उन्होंने कहा कि जुलाई 2022 में 6% जून 2023 में 10% और अब 2024 में बिजली बिल पर पीएससी सरचार्ज में 9% की वृद्धि करके दिल्ली की जनता पर अतिरिक्त बोझ डाल दिया है. उन्होंने मांग की की बढ़ोतरी तुरंत वापस ले जाए
सचदेवा ने कहा है कि सेवानिवृत कर्मचारियों के पेंशन बिजली कंपनी के जिम्मेदारी है ऐसे में दिल्ली की जनता से उसे पैसे को पेंशन ट्रस्ट के नाम पर क्यों वसूल किया जा रहा है। BYPL के इलाके में पूर्वी और सेंट्रल दिल्ली के हिस्से आते हैं.वहीं, BRPL के इलाके में दक्षिणी दिल्ली और पश्चिमी दिल्ली के इलाके आते हैं.