राजधानी दिल्ली में आज से भक्ति और शक्ति का माहौल पूरे जोश के साथ शुरू हो जाएगा, जहां रामलीला और नवरात्र उत्सव की धूम रहेगी। इस बार के आयोजन में तकनीक की भी अहम भूमिका होगी, जो इस उत्सव को और भी खास बनाएगी।
गुरुवार से दिल्ली में रामलीला मंचन की पुरानी परंपरा फिर से जीवंत हो उठेगी। भगवान गणेश की वंदना के साथ मंत्रोच्चार और भक्तिमय वातावरण में रामलीला की शुरुआत होगी। इस खास मौके पर पुष्पवर्षा करते हुए गणेश जी की आराधना की जाएगी, जिससे पूरा वातावरण आध्यात्मिक रंग में रंग जाएगा। हर साल की तरह इस बार भी दिल्ली की छोटी-बड़ी रामलीला कमेटियों ने इस आयोजन को भव्य और आकर्षक बनाने के लिए विशेष तैयारियां की हैं।
लाल किला मैदान से लेकर शहर के अन्य प्रमुख स्थलों तक कई रामलीला कमेटियों ने अपनी प्रस्तुतियों के लिए शानदार पंडाल और मंच तैयार किए हैं। दिल्ली में लगभग 600 स्थानों पर रामलीला का मंचन किया जाएगा, जिनमें से 50 जगहों पर इसे बड़े पैमाने और अत्याधुनिक तकनीक के साथ आयोजित किया जाएगा। इसके अलावा, 100 स्थानों पर मध्यम स्तर की रामलीलाएं और बाकी जगहों पर छोटे पैमाने पर रामलीलाओं का आयोजन होगा।
लाल किला मैदान, रामलीला मैदान, पीतमपुरा, अशोक विहार, द्वारका और दक्षिण व पूर्वी दिल्ली के प्रमुख क्षेत्रों में बड़े स्तर पर रामलीला का आयोजन होगा। इन मंचों और पंडालों के प्रवेश द्वार प्राचीन मंदिरों और प्रसिद्ध स्थानों की तरह बनाए गए हैं, जहां भारतीय संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी। आयोजकों ने हर संभव प्रयास किया है कि दर्शकों को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का अनोखा अनुभव हो।