आम आदमी पार्टी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ‘देश आजाद-लोकतंत्र जेल में’ अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान के तहत पार्टी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बिना किसी सबूत और अपराध के, तानाशाही तरीके से झूठे मामले में जेल भेज दिया गया है। आप ने कहा कि आजादी के नायकों ने कभी नहीं सोचा था कि एक चुने हुए मुख्यमंत्री को ऐसे जेल में डाला जाएगा।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी, सुनीता केजरीवाल ने इस मौके पर ट्वीट किया कि उन्हें इस बात का अफसोस है कि इस स्वतंत्रता दिवस पर सीएम आवास पर तिरंगा नहीं फहराया जा सका। उन्होंने सवाल उठाया कि भले ही तानाशाही एक मुख्यमंत्री को जेल में डाल सकती है, लेकिन क्या वह देशप्रेम को रोक सकती है?
पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने भी इस मुद्दे पर केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि “अंग्रेजों से आजादी” की वर्षगांठ पर सलाम है उस जज्बे को, जो “तानाशाही से आजादी बचाने के लिए” आज जेल में बंद है।