महाराष्ट्र से आने वाले केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को रायगढ़ जिले की महाड मजिस्ट्रेट कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. मजिस्ट्रेट कोर्ट से देर रात जमानत मिलने के बाद नारायण राणे रायगढ़ से रात 12 बजे मुंबई के लिए निकले और सुबह 5 बजे के करीब जुहू स्थित अपने बंगले पर पहुंचे. सुनवाई के दौरान कोर्ट ने पुलिस की सात दिन की रिमांड की मांग खारिज करते हुए उन्हें जमानत दी इसी दौरान कोर्ट में राणे के वकील ने उनकी खराब सेहत का हवाला देते हुए उनपर दर्ज मामलों को राजनीति से प्रेरित बताया था.
बीजेपी की चेतावनी
वहीं राणे की गिरफ्तारी के बाद से ही बीजेपी भी उद्धव सरकार पर हमलावर है. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ट्वीट में लिखा, ‘महाराष्ट्र सरकार द्वारा केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की गिरफ्तारी संवैधानिक मूल्यों का हनन है. इस तरह की कार्रवाई से ना तो हम डरेंगे, ना दबेंगे. बीजेपी को जन-आशीर्वाद यात्रा में मिल रहे अपार समर्थन से ये लोग परेशान है. हम लोकतांत्रिक ढंग से लड़ते रहेंगे, यात्रा जारी रहेंगी.’
क्या है मामला?
महाराष्ट्र सरकार, नारायण राणे को लेकर इतनी हमलावर इसलिए है क्योंकि बीते दिनों हुई जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर विवादित बयान दिया था. उनके बयान के बाद उनके खिलाफ नासिक समेत 4 अन्य जगह FIR दर्ज हुई थी. और कल जब नारायण राणे रत्नागिरी स्थित अपने घर में खाना खाने बैठे थे उसी दौरान उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था