राजधानी दिल्ली के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में गठबंधन की महारैली से आम आदमी पार्टी का कद बढ़ता नजर आया। ‘इंडिया गठबंधन’ की राजनीति में आप की अहमियत का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि पहली बार जांच एजेंसियों पर दुरुपयोग का आरोप लगाकर पूरा गठबंधन एकजुट नजर आया। इससे पहले झारखंड के मुख्यमंत्री जब इस्तीफा देकर जेल गए थे तो विपक्ष इतना मुखर नहीं हुआ था।
रामलीला मैदान में विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन ने “लोकतंत्र बचाओ, देश बचाओ” का नारा देते हुए महारैली आयोजित कर अपनी एकजुटता और शक्ति का प्रदर्शन किया।पहले भी गठबंधन की रैलियां व सम्मेलन महाराष्ट्र और बिहार में हुए लेकिन इतना बड़ा जमावड़ा देखने को नहीं मिला था। रैली में केजरीवाल की पत्नी को भी काफी अहमियत मिली। मंच से गठबंधन के कद्दावर नेताओं ने आप की सराहना भी की। केंद्र सरकार पर निशाना साधने के साथ ही जांच एजेंसियों के मुद्दे पर सभी एकजुट दिखे। हालांकि, राजनीतिक जानकारों का कहना है कि विपक्ष ने रैली को शक्ति प्रदर्शन का भी मंच बनाया।
इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत तमाम बड़े नेताओं ने जमकर भाजपा और पीएम मोदी पर हमला बोला।
विपक्ष की माने तो यह महारानी काफी सफल रही और उनके अनुमान से ज्यादा समर्थन देशभर से इस महारानी में शामिल होने रामलीला मैदान पहुंचे थे वहीं भाजपा ने विपक्षी गुटों की इस महाराली को पूरी तरह से विफल बताते हुए इसे आसार हैं करार दिया। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने रामलीला मैदान की रैली को फ्लॉप शो करार दिया है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के 61 विधायक 6,100 लोगों की भीड़ जुटाने में भी विफल साबित हुए।