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Politics

मोदी सरकार की बड़ी तैयारी, प्राइवेट जॉब हो या सरकारी, सबको मिलेगा तोहफा

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मोदी सरकार 1 अक्टूबर से देश में लेबर कोड के नियमों को लागू करने की तैयारी में है इस कानून को लागू होते ही कर्मचारियों के टेक होम सैलरी और PF स्ट्रक्चर में बदलाव हो जाएगा. बदलाव से कर्मचारियों की टेक होम सैलरी घट जाएगी, जबकि भविष्य निधि यानी PF में ज्यादा पैसा जमा होने लगेगा

दरअसल, केंद्र सरकार चारों श्रम कानूनों को जल्द से जल्द लागू करना चाहती है. पहले 1 जुलाई से ही लेबर कोड के नियमों को लागू करने का प्लान था. लेकिन राज्य सरकारें तैयार नहीं थीं. इन चार संहिताओं के तहत केंद्र और राज्यों दोनों को इन नियमों को अधिसूचित करना होगा, तभी संबंधित राज्यों में ये कानून अस्तित्व में आएंगे. श्रम कानूनों के लागू होने के बाद सैलरी स्ट्रक्चर में कई बदलाव होने वाले हैं. ..

नए कानून से कर्मचारियों के मूल वेतन और भविष्य निधि की गणना के तरीके में बदलाव आएगा. बता दे की बदलाव के बाद कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 15000 रुपये से बढ़कर 21000 रुपये हो सकती है. लेबर यूनियन की मांग रही है कि कर्मचारियों की न्यूनतम बेसिक सैलरी को 15000 रुपये से बढ़ाकर 21000 रुपये किया जाना चाहिए.
नई वेतन संहिता के तहत भत्तों को 50 फीसदी पर सीमित रखा जाएगा. इसका मतलब है कि कर्मचारियों के कुल वेतन का 50 फीसदी मूल वेतन होगा. भविष्य निधि की गणना मूल वेतन के प्रतिशत के आधार पर की जाती है, इसमें मूल वेतन और महंगाई भत्ता शामिल रहता है

क्या है फायदा

बेसिक सैलरी 50 फीसदी या उससे भी ज्यादा हो सकती है.
PF बेसिक सैलरी के आधार पर कैलकुलेट किया जाता है
PF में योगदान बढ़ने से रिटायरमेंट के बाद मिलने वाली राशि में इजाफा होगा , PF में कर्मचारियों का योगदान बढ़ने से कंपनियों पर वित्तीय बोझ बढ़ेगा. इसके साथ ही बेसिक सैलरी बढ़ने से ग्रैच्युटी की रकम भी अब पहले से ज्यादा होगी, ये पहले के मुकाबले डेढ़ गुना तक ज्यादा हो सकती है. इन चीजों से निजी कंपनियों की बैलेंस शीट भी प्रभावित होगी

 

 

 

Business

Delhi : अशोक विहार थाना पुलिस ने 02 शातिर चोरों को किया गिरफ्तार

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उत्तर-पश्चिम जिले के क्षेत्र में अपराध एवं अपराधियों पर नकेल कसने के लिए सक्रिय रूप से कार्य करते हुए संवेदनशील क्षेत्रों में सघन पेट्रोलिंग के लिए अमले को तैनात किया गया है. दिनांक 02.04.2023 को थाना अशोक विहार की कड़ी निगरानी में पिकेट चेकिंग पर तैनात किया गया था, जहां मुखबिर द्वारा इशारा करने पर एक स्कूटी पर दो संदिग्ध व्यक्तियों को देखा गया, जिन्होंने विपरीत दिशा में भागने की कोशिश की. पुलिस की निगरानी पर कर्मचारियों ने तेजी से कार्रवाई की और सतर्कता और साहस का परिचय देते हुए, कुछ दूरी तक पीछा करके उन्हें काबू करने और उन्हें पकड़ने में कामयाब रहे। पूछताछ पर, उनकी पहचान कृष्णपाल पुत्र छत्रपाल निवासी जेजे कॉलोनी, और आदित्य पुत्र अजय निवासी वजीरपुर गांव, अशोक विहार के रूप में हुई। .

बरामद स्कूटी की जांच की गई तो वह थाना क्षेत्र केशव पुरम से चोरी हुई पाई गई। उनकी सरसरी तौर पर तलाशी के दौरान, एक मोबाइल फोन भी बरामद किया गया, जो थाना अशोक विहार के तहत छीना हुआ पाया गया। आगे, उनकी निशानदेही पर 04 स्कूटी बरामद की गई और जांच करने पर ये बरामद स्कूटी थाना केशव पुरम, थाना गुलाबी बाग, थाना पटेल नगर और थाना भरत नगर के इलाकों से चोरी पाई गईं।

अपनी निरंतर पूछताछ के दौरान, उन्होंने खुलासा किया कि वे इलाके में घूम रहे थे और ऑटो-चोरी करने के लिए पार्क किए गए दोपहिया वाहनों की तलाश कर रहे थे। आरोपी कृष्णपाल आदतन व सक्रिय अपराधी पाया गया, जो पहले लूट व चोरी के 03 मामलों में शामिल था। वे अपराध करने के लिए पार्क किए गए दोपहिया वाहनों की चोरी करते थे और बाद में आसानी से पैसे कमाने के लिए उन्हें बेच देते थे।

अन्य मामलों में भी इनकी संभावित संलिप्तता का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।

रावेन्द्र कुमार, रिपोर्टर

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Business

Narela : पति ने अपनी पत्नी को उतारा मौत के घाट, लड़की के परिजनों ने नरेला थाने में किया प्रदर्शन

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नरेला थाने पर मृतक के परिवार ने किया जमकर हंगामा दिल्ली पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप आपको बता दें बीती 2 मार्च को स्वतंत्र नगर में आश्वनी नाम के शख्स ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी यह हम नहीं कह रहे यह मृतिका का परिवार कह रहा है पिछले 10 सालों से अश्वनी अपनी पत्नी और उनके परिजनों से पैसे की डिमांड करता था और लड़की के माता-पिता उसे पैसे भी देते थे लेकिन बीती 2 मार्च को अश्वनी और उसकी पत्नी के बीच इतनी कहासुनी हो गई कि अगले दिन लड़की का शव कमरे में बेड पर मिला 2 मार्च के बाद लगातार परिवार हरियाणा के नांगल से आकर नरेला थाना पुलिस से कार्रवाई की मांग कर रहा है लेकिन नरेला थाना पुलिस की तरफ से अभी तक अश्वनी के खिलाफ कोई भी कानूनी कार्रवाई नहीं की गई जिसके विरोध में आज परिवार नरेला थाने पहुंचा और वहां पर जमकर हंगामा किया ये तस्वीरे नरेला थाने की है जहां पर मृतिका लड़की के परिवार वालों की तरफ से जमकर हंगामा किया गया और दिल्ली पुलिस पर भी इस मामले में गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं दिल्ली पुलिस ने 2 मार्च के बाद अश्वनी की तलाश नहीं की

मृतिका महिला के भी दो भाई है जो कि इंडियन आर्मी में सर्विस करते हैं और देश की रक्षा करते हैं लेकिन देश की रक्षा करने वालों की बहन के साथ इस तरह का व्यवहार राजधानी दिल्ली के नरेला इलाके में किया जा रहा था जो देश की रक्षा करते हैं उनकी बहन की रक्षा नहीं हो पाई अब देश की रक्षा करने वाले इंसाफ के लिए दिल्ली पुलिस के दरवाजे पर दस्तक दे रहे हैं लेकिन दिल्ली पुलिस है कि गहरी नींद मे सोई हुई है और अपराधी अश्वनी अभी तक दिल्ली पुलिस की पकड़ से बाहर है।

मृतिका के परिवार ने बताया कि पिछले महीने भी 2 लाख का चैक व 2 लाख की नगदी अश्वनी को दी थी लेकिन अश्वनी ने बीती 2 मार्च को फिर से पैसों के लिए अपनी पत्नी के साथ मारपीट शुरू कर दी शादी को 10 साल हो चुके हैं अश्वनी व रितिका के दो बच्चे भी हैं जिनमें एक लड़की और एक लड़का है वही मृतिका के बच्चों ने भी बताया कि 2 मार्च की रात उनके पिता ने उनकी मां के साथ जमकर मारपीट की और उसे बाद एक कमरे में ले गए जिसके बाद सुबह पता चला कि उनकी मां की मौत हो चुकी है। 2 मार्च से लगातार मृतिका का परिवार दिल्ली पुलिस से इंसाफ की गुहार लगा रहा है। अब देखने वाली बात यह होगी क्या देश की रक्षा करने वाले भाइयों की मृतक बहन को दिल्ली पुलिस इंसाफ दिला पाएगी या नहीं यह तो आने वाला समय ही बताएगा

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Delhi : सफदरजंग इलाके में हुई बिजनेसमैन की हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझाया

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नई दिल्ली। 31 मार्च को सफदरजंग इलाके में हुई बिजमैन की हत्या को क्राइम ब्रांच ने सुलझा लिया है।
पुलिस ने हत्या के आरोप में एक महिला को गिरफ्तार किया है। आरोपी महिला की पहचान उषा उर्फ अंजलि उर्फ विक्की उर्फ निकिता के रूप में हुई है वह पानीपत की रहने वाली है आरोपी महिला ने लूटपाट के इरादे से अपनी एक साथी के साथ मिलकर उसकी हत्या की थी।

विशेष पुलिस आयुक्त क्राइम ब्रांच रविंद्र सिंह यादव ने बताया 31 मार्च को सफदरगंज थाना पुलिस को एक सूचना मिली थी कि एक आदमी होटल के कमरे में मृत पड़ा है। पुलिस जब मौके पर पहुंची और जांच की तो मृत युवक के मुंह से खून निकल रहा था और उसके पास एक नोट पड़ा मिला जिस पर लिखा था. “आप एक नाइस पर्सन है, सॉरी सॉरी सॉरी, मेरी बहुत ज्यादा मजबूरी थी जो आपके साथ यह किया। एक्स्ट्रीमली सॉरी यार” शव की पहचान दीपक सेठी के रूप में हुई जो मयूर विहार का रहने वाला था। जांच में पता चला कि दीपक सेठी कल शाम 8:30 बजे एक होटल में एक महिला के साथ आया था और वह महिला करीब रात 12:30 बजे होटल से अपनी वैगनआर कार में निकली थी। इस सनसनीखेज हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाने के लिए क्राइम ब्रांच की कई टीमों को लगाया गया। पुलिस टीम ने सभी टेक्निकल और मैनुअल सर्विलांस के आधार पर जांच शुरू की।
जांच के दौरान अंजलि नामक महिला का आधार कार्ड मिल गया लेकिन आधार कार्ड की जांच करने पर वह फर्जी निकला इसके बाद पुलिस ने दीपक सेठी का मोबाइल नंबर हासिल किया जिसमें से 5 सौ से अधिक नंबरों का विश्लेषण करने के बाद टीम को कुछ नंबर पर संदेह हुआ मोबाइल नंबर जिस आईडी से लिया गया था वह भी फर्जी निकला। पुलिस के सामने चुनौती थी कि इन 500 नंबरों में से किस नंबर को जीरो इन किया जाए। जांच के दौरान पता चला कि यह मोबाइल फोन 23 मार्च को संत गढ़ दिल्ली में कहीं रिचार्ज किया गया था पुलिस की टीम संतगढ़ पहुंची और काफी मशक्कत के बाद उस दुकान का पता लगाया जहां से संदिग्ध मोबाइल फोन रिचार्ज कराया गया था। जिसके बाद पुलिस ने उनको एक नाइजीरियाई नागरिक चिडे ने रिचार्ज कराया था. जब उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया कि यह फोन निक्की उर्फ़ सुनीता का है जो उसके लिव इन पार्टनर मधुमिता की दोस्त है लेकिन उसे निकिता और निक्की के बारे में पता नहीं है। पुलिस ने उन नंबरों में से निकिता का नंबर ढूंढ निकाला और टीम ने पानीपत की एक सोसाइटी न्यू हाउसिंग बोर्ड में छापा मारकर आरोपी उषा उर्फ अंजलि और निक्की और निकिता को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस को उसके कब्जे से मृतक का नीला बैग, सोने की अंगूठी नकली आधार कार्ड और अपराध में प्रयुक्त मोबाइल फोन भी बरामद हुआ। पूछताछ में आरोपी निक्की उर्फ निकिता ने खुलासा किया कि की हत्या के बाद उसने ही यह नोट लिखा था. जांच के दौरान पता चला कि निकिता इतना सिंह के एक मामले में हरियाणा में जेल जा चुकी है। जेल में उसकी मुलाकात मधुमिता से हुई। जहां पर दोस्त बन गए और संत गढ़ में एक साथ रहने लगे. 30 मार्च को मृतक दीपक सेठी ने उषा से संपर्क किया और उनकी योजना थी कि उषा और निक्की दीपक सेठी को नशीला पदार्थ खिलाकर उससे उसके साथ लूटपाट करेंगे। मधुमिता भी उषा के पीछे थी और रात के दौरान उसने उषा को फोन किया और मृतक का सामान लूटने के बाद उसे अपने साथ ले गई। आरोपी उषा उर्फ़ अंजलि उर्फ़ निकिता पानीपत के रहने वाली है और उसने अंकुर नाम के व्यक्ति के साथ शादी की थी. जिससे उसका तलाक तलाक हो गया था। उसके तीन बच्चे है वह पहले भी थाना मॉडल टाउन पानीपत में स्नैचिंग के एक मामले में जेल जा चुकी है पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करके आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। 

रिपोर्ट,  प्रिंस जायसवाल

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