Connect with us

Politics

Delhi Samachar -अब देश में डेयरी फार्म और गोशालाओं के लिए पंजीकरण कराना होगा अनिवार्य

Published

on

cowshed

देश में पर्यावरण संरक्षण के लिए दिल्ली-एनसीआर सहित देश भर में डेयरी फार्म और गोशालाओं के नियम और अब सख्त कर दिए गए हैं। इनके संचालकों को जल एवं वायु प्रदूषण की रोकथाम भी सुनिश्चित करनी होगी और पानी की बर्बादी भी रोकनी होगी। सभी डेयरियों और गोशालाओं का स्थानीय स्तर पर पंजीकरण कराना भी अनिवार्य कर दिया गया है।

बता दें कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 2020 में पहली बार इस दिशा में देशभर के लिए गाइडलाइंस जारी की थी। 12 पृष्ठों की ‘गाइडलाइंस फार एन्वायरमेंटल मैनेजमेंट आफ डेयरी फार्म एंड गोशाला’ में इनके पर्यावरणीय प्रबंधन, मलमूत्र के यथोचित निष्पादन, इनकी साफ-सफाई व बेहतर रखरखाव को अनिवार्य किया गया था। अब महज एक साल के भीतर ही सीपीसीबी ने संशोधित गाइडलाइंस जारी की हैं। इसी सप्ताह जारी की गई यह गाइडलाइंस अब 51 पृष्ठों की है।

इन्हें भी पढ़ें:-Delhi Samachar –किसानों के विरोध प्रदर्शन से निपटने के लिए दिल्ली पुलिस ने की पूरी तैयार,जानिए क्या है पूरा मामला

नई गाइडलाइंस के अनुसार अब किसी भी डेयरी फार्म या गोशाला का दूषित जल सीधे नालियों में नहीं बहाया जा सकेगा। पहले इसका उपचार करना होगा। इसके लिए कामन इफ्यूलेंट ट्रीटमेंट प्लांट लगाना होगा। गाय-भैंस का गोबर वातावरण को प्रदूषत न करे, इसके लिए इसका समुचित भंडारण और उपयोग सुनिश्चित करना होगा। इस दिशा में बायोगैस संयंत्र लगाने और वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाने जैसे उपाय भी अपनाए जा सकते हैं। डेयरियों और गोशालाओं पर भी ठोस कचरा प्रबंधन नियम 2016 ही लागू होंगे। डेयरी और गोशालाओं के लिए जल आवंटन भी घटा दिया है। अब एक भैंस के लिए रोजाना 100 लीटर और गाय के लिए 50 लीटर जल ही इस्तेमाल किया जा सकेगा। पहले इन दोनों के ही नहाने और पीने के लिए पानी की मात्र 150 लीटर प्रति पशु प्रति दिन रखी गई थी। Kumar Vishwas News: कुमार विश्वास ने नामी कविता का किया बेहद सुंदर पाठ? जानिये- बिहार से इसका कनेक्शन

नियम-कायदों का पालन ईमानदारी से हो सके, इसके लिए स्थानीय निकायों और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोडरें की भूमिका को भी और सख्त किया गया है। अब हर छमाही में दो डेयरी फार्म और दो गोशालाओं का आडिट अनिवार्य किया गया है। हर डेयरी व गोशाला सरकारी स्तर पर पंजीकृत हो, इसके लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। सीपीसीब़ी के अधिकारी ने बताया कि संशोधित गाइडलाइंस में एनजीटी के कुछ आदेशों और विभिन्न माध्यमों प्राप्त आपत्तियों एवं सुझाव शामिल किए गए हैं।

ये भी पढ़ें –http://Delhi Samachar-T-Series के मालिक भूषण कुमार के खिलाफ रेप केस हुआ दर्ज,जानिए क्या है पूरा मामला….?

एक स्वस्थ गाय-भैंस-सांड रोज 15 से 20 किलो गोबर और इतने ही लीटर मूत्र करते हैं। ज्यादातर डेयरी और गोशालाओं से यह सब नाली में बहा दिया जाता है। इससे नाले-नालियां भी जाम होतीं हैं और नदियां भी प्रदूषित होती हैं। गोबर से कार्बन डाइआक्साइड, अमोनिया, हाइड्रोजन सल्फाइड और मीथेन गैस निकलती है, जो वायु मंडल में प्रदूषण ही नहीं, दुर्गंध भी फैलाती हैं।

Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Business

Delhi : अशोक विहार थाना पुलिस ने 02 शातिर चोरों को किया गिरफ्तार

Published

on

By

उत्तर-पश्चिम जिले के क्षेत्र में अपराध एवं अपराधियों पर नकेल कसने के लिए सक्रिय रूप से कार्य करते हुए संवेदनशील क्षेत्रों में सघन पेट्रोलिंग के लिए अमले को तैनात किया गया है. दिनांक 02.04.2023 को थाना अशोक विहार की कड़ी निगरानी में पिकेट चेकिंग पर तैनात किया गया था, जहां मुखबिर द्वारा इशारा करने पर एक स्कूटी पर दो संदिग्ध व्यक्तियों को देखा गया, जिन्होंने विपरीत दिशा में भागने की कोशिश की. पुलिस की निगरानी पर कर्मचारियों ने तेजी से कार्रवाई की और सतर्कता और साहस का परिचय देते हुए, कुछ दूरी तक पीछा करके उन्हें काबू करने और उन्हें पकड़ने में कामयाब रहे। पूछताछ पर, उनकी पहचान कृष्णपाल पुत्र छत्रपाल निवासी जेजे कॉलोनी, और आदित्य पुत्र अजय निवासी वजीरपुर गांव, अशोक विहार के रूप में हुई। .

बरामद स्कूटी की जांच की गई तो वह थाना क्षेत्र केशव पुरम से चोरी हुई पाई गई। उनकी सरसरी तौर पर तलाशी के दौरान, एक मोबाइल फोन भी बरामद किया गया, जो थाना अशोक विहार के तहत छीना हुआ पाया गया। आगे, उनकी निशानदेही पर 04 स्कूटी बरामद की गई और जांच करने पर ये बरामद स्कूटी थाना केशव पुरम, थाना गुलाबी बाग, थाना पटेल नगर और थाना भरत नगर के इलाकों से चोरी पाई गईं।

अपनी निरंतर पूछताछ के दौरान, उन्होंने खुलासा किया कि वे इलाके में घूम रहे थे और ऑटो-चोरी करने के लिए पार्क किए गए दोपहिया वाहनों की तलाश कर रहे थे। आरोपी कृष्णपाल आदतन व सक्रिय अपराधी पाया गया, जो पहले लूट व चोरी के 03 मामलों में शामिल था। वे अपराध करने के लिए पार्क किए गए दोपहिया वाहनों की चोरी करते थे और बाद में आसानी से पैसे कमाने के लिए उन्हें बेच देते थे।

अन्य मामलों में भी इनकी संभावित संलिप्तता का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।

रावेन्द्र कुमार, रिपोर्टर

Continue Reading

Business

Narela : पति ने अपनी पत्नी को उतारा मौत के घाट, लड़की के परिजनों ने नरेला थाने में किया प्रदर्शन

Published

on

By

नरेला थाने पर मृतक के परिवार ने किया जमकर हंगामा दिल्ली पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप आपको बता दें बीती 2 मार्च को स्वतंत्र नगर में आश्वनी नाम के शख्स ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी यह हम नहीं कह रहे यह मृतिका का परिवार कह रहा है पिछले 10 सालों से अश्वनी अपनी पत्नी और उनके परिजनों से पैसे की डिमांड करता था और लड़की के माता-पिता उसे पैसे भी देते थे लेकिन बीती 2 मार्च को अश्वनी और उसकी पत्नी के बीच इतनी कहासुनी हो गई कि अगले दिन लड़की का शव कमरे में बेड पर मिला 2 मार्च के बाद लगातार परिवार हरियाणा के नांगल से आकर नरेला थाना पुलिस से कार्रवाई की मांग कर रहा है लेकिन नरेला थाना पुलिस की तरफ से अभी तक अश्वनी के खिलाफ कोई भी कानूनी कार्रवाई नहीं की गई जिसके विरोध में आज परिवार नरेला थाने पहुंचा और वहां पर जमकर हंगामा किया ये तस्वीरे नरेला थाने की है जहां पर मृतिका लड़की के परिवार वालों की तरफ से जमकर हंगामा किया गया और दिल्ली पुलिस पर भी इस मामले में गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं दिल्ली पुलिस ने 2 मार्च के बाद अश्वनी की तलाश नहीं की

मृतिका महिला के भी दो भाई है जो कि इंडियन आर्मी में सर्विस करते हैं और देश की रक्षा करते हैं लेकिन देश की रक्षा करने वालों की बहन के साथ इस तरह का व्यवहार राजधानी दिल्ली के नरेला इलाके में किया जा रहा था जो देश की रक्षा करते हैं उनकी बहन की रक्षा नहीं हो पाई अब देश की रक्षा करने वाले इंसाफ के लिए दिल्ली पुलिस के दरवाजे पर दस्तक दे रहे हैं लेकिन दिल्ली पुलिस है कि गहरी नींद मे सोई हुई है और अपराधी अश्वनी अभी तक दिल्ली पुलिस की पकड़ से बाहर है।

मृतिका के परिवार ने बताया कि पिछले महीने भी 2 लाख का चैक व 2 लाख की नगदी अश्वनी को दी थी लेकिन अश्वनी ने बीती 2 मार्च को फिर से पैसों के लिए अपनी पत्नी के साथ मारपीट शुरू कर दी शादी को 10 साल हो चुके हैं अश्वनी व रितिका के दो बच्चे भी हैं जिनमें एक लड़की और एक लड़का है वही मृतिका के बच्चों ने भी बताया कि 2 मार्च की रात उनके पिता ने उनकी मां के साथ जमकर मारपीट की और उसे बाद एक कमरे में ले गए जिसके बाद सुबह पता चला कि उनकी मां की मौत हो चुकी है। 2 मार्च से लगातार मृतिका का परिवार दिल्ली पुलिस से इंसाफ की गुहार लगा रहा है। अब देखने वाली बात यह होगी क्या देश की रक्षा करने वाले भाइयों की मृतक बहन को दिल्ली पुलिस इंसाफ दिला पाएगी या नहीं यह तो आने वाला समय ही बताएगा

Continue Reading

Business

Delhi : सफदरजंग इलाके में हुई बिजनेसमैन की हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझाया

Published

on

By

नई दिल्ली। 31 मार्च को सफदरजंग इलाके में हुई बिजमैन की हत्या को क्राइम ब्रांच ने सुलझा लिया है।
पुलिस ने हत्या के आरोप में एक महिला को गिरफ्तार किया है। आरोपी महिला की पहचान उषा उर्फ अंजलि उर्फ विक्की उर्फ निकिता के रूप में हुई है वह पानीपत की रहने वाली है आरोपी महिला ने लूटपाट के इरादे से अपनी एक साथी के साथ मिलकर उसकी हत्या की थी।

विशेष पुलिस आयुक्त क्राइम ब्रांच रविंद्र सिंह यादव ने बताया 31 मार्च को सफदरगंज थाना पुलिस को एक सूचना मिली थी कि एक आदमी होटल के कमरे में मृत पड़ा है। पुलिस जब मौके पर पहुंची और जांच की तो मृत युवक के मुंह से खून निकल रहा था और उसके पास एक नोट पड़ा मिला जिस पर लिखा था. “आप एक नाइस पर्सन है, सॉरी सॉरी सॉरी, मेरी बहुत ज्यादा मजबूरी थी जो आपके साथ यह किया। एक्स्ट्रीमली सॉरी यार” शव की पहचान दीपक सेठी के रूप में हुई जो मयूर विहार का रहने वाला था। जांच में पता चला कि दीपक सेठी कल शाम 8:30 बजे एक होटल में एक महिला के साथ आया था और वह महिला करीब रात 12:30 बजे होटल से अपनी वैगनआर कार में निकली थी। इस सनसनीखेज हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाने के लिए क्राइम ब्रांच की कई टीमों को लगाया गया। पुलिस टीम ने सभी टेक्निकल और मैनुअल सर्विलांस के आधार पर जांच शुरू की।
जांच के दौरान अंजलि नामक महिला का आधार कार्ड मिल गया लेकिन आधार कार्ड की जांच करने पर वह फर्जी निकला इसके बाद पुलिस ने दीपक सेठी का मोबाइल नंबर हासिल किया जिसमें से 5 सौ से अधिक नंबरों का विश्लेषण करने के बाद टीम को कुछ नंबर पर संदेह हुआ मोबाइल नंबर जिस आईडी से लिया गया था वह भी फर्जी निकला। पुलिस के सामने चुनौती थी कि इन 500 नंबरों में से किस नंबर को जीरो इन किया जाए। जांच के दौरान पता चला कि यह मोबाइल फोन 23 मार्च को संत गढ़ दिल्ली में कहीं रिचार्ज किया गया था पुलिस की टीम संतगढ़ पहुंची और काफी मशक्कत के बाद उस दुकान का पता लगाया जहां से संदिग्ध मोबाइल फोन रिचार्ज कराया गया था। जिसके बाद पुलिस ने उनको एक नाइजीरियाई नागरिक चिडे ने रिचार्ज कराया था. जब उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया कि यह फोन निक्की उर्फ़ सुनीता का है जो उसके लिव इन पार्टनर मधुमिता की दोस्त है लेकिन उसे निकिता और निक्की के बारे में पता नहीं है। पुलिस ने उन नंबरों में से निकिता का नंबर ढूंढ निकाला और टीम ने पानीपत की एक सोसाइटी न्यू हाउसिंग बोर्ड में छापा मारकर आरोपी उषा उर्फ अंजलि और निक्की और निकिता को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस को उसके कब्जे से मृतक का नीला बैग, सोने की अंगूठी नकली आधार कार्ड और अपराध में प्रयुक्त मोबाइल फोन भी बरामद हुआ। पूछताछ में आरोपी निक्की उर्फ निकिता ने खुलासा किया कि की हत्या के बाद उसने ही यह नोट लिखा था. जांच के दौरान पता चला कि निकिता इतना सिंह के एक मामले में हरियाणा में जेल जा चुकी है। जेल में उसकी मुलाकात मधुमिता से हुई। जहां पर दोस्त बन गए और संत गढ़ में एक साथ रहने लगे. 30 मार्च को मृतक दीपक सेठी ने उषा से संपर्क किया और उनकी योजना थी कि उषा और निक्की दीपक सेठी को नशीला पदार्थ खिलाकर उससे उसके साथ लूटपाट करेंगे। मधुमिता भी उषा के पीछे थी और रात के दौरान उसने उषा को फोन किया और मृतक का सामान लूटने के बाद उसे अपने साथ ले गई। आरोपी उषा उर्फ़ अंजलि उर्फ़ निकिता पानीपत के रहने वाली है और उसने अंकुर नाम के व्यक्ति के साथ शादी की थी. जिससे उसका तलाक तलाक हो गया था। उसके तीन बच्चे है वह पहले भी थाना मॉडल टाउन पानीपत में स्नैचिंग के एक मामले में जेल जा चुकी है पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करके आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। 

रिपोर्ट,  प्रिंस जायसवाल

Continue Reading

Trending